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Naugachia: शपथ पत्र जमा करने गए युवक से लिपिक ने मांगा घूस..SDO ने लिपिक को तुरंत कार्य से किया मुक्त

रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया

NAUGACHIA: सर्टिफिकेट में नाम सुधार को लेकर शपथ पत्र जमा करने अनुमंडल कार्यालय नवगछिया गए एक युवक से वहां के लिपिक द्वारा पैसे मांगे जाने की बात सामने आई है. जहां नवगछिया के नगरह निवासी हरिमोहन प्रसाद के पुत्र निशांत कुमार ने वहां के लिपिक दिवाकर पर गंभीर आरोप लगाया है कि- वह अनुमंडल कार्यालय में शपथ पत्र जमा करने गया हुआ था. जहां लिपिक दिवाकर के द्वारा उससे ₹100 देने की मांग की गई. जिस पर युवक ने बताया कि ठीक है, ₹100 दे देते हैं लेकिन, उसके रसीद हमें दे दीजिए. जिस पर लिपिक द्वारा बोला गया- ऐसा नहीं होता है. तो युवक ने फिर बोला ठीक है, पैसा ही लेना है तो कार्यालय में सबके सामने लीजिए. जब लिपिक ने पैसा लेने के लिए तैयार नहीं हुए तो, युवक समझ गया किया लिपिक घूस मांग रहे हैं.

जब युवक ने पैसे नहीं दिए तो उसके शपथ पत्र को टेबल पर साइड कर दिया गया. दूसरा सब आवेदन लेकर कार्यालय चले गए. जब युवक को लगा कि उसका शपथ पत्र लेकर नहीं गया तो, वह खुद अपना शपथ पत्र लेकर अनुमंडल दंडाधिकारी के कार्यालय गए और सारी बात एक मैम को उसने बता दिया. कुछ देर बाद कार्यालय से बाहर निकलने के बाद युवक से दिवाकर ने धमकी देते हुए कहा कि- तुमसे हम पैसा कब मांगे, मार कर मुंह तोड़ देंगे. जहां अन्य लोग भी उपस्थित थे.

फिर युवक अनुमंडलीय दण्डाधिकारी कार्यालय में जाकर दिवाकर द्वारा धमकी दिए जाने की सारी शिकायत कर दिया गया. उसके बाद अनुमंडलीय कार्यालय की एक मैम ने खुद शपथ पत्र लेकर रजिस्टर्ड की. युवक ने बताया कि- एक घंटे बाद फिर से दिवाकर मेरे के पास आया और आरोप लगाने लगा कि तुम मेरे ऑफिस से कागज चुरा कर भाग गए हो. जब युवक के पास कोई चारा नहीं बचा तो वह कुछ देर वहीं सीसीटीवी कैमरे के ही पास बैठा रहा. उसके बाद उक्त सभी बातों की लिखित शिकायत नवगछिया एसडीएम से कर दिया.

वहीं दिवाकर से पूछे जाने पर बताया कि युवक ने मेरी टेबल पर से सारा कागज़ चुरा कर चला गया है. साथ ही पैसा मांगे जाने की बात को निराधार बताया है. दिवाकर ने यह भी बताया कि युवक द्वारा मुझे साजिश के तहत फंसाने का प्रयास किया जा रहा है.
उक्त सभी बातों को लेकर नवगछिया एसडीएम उत्तम कुमार ने बताया कि युवक को शपथ पत्र बनकर मिल गया है. उनके द्वारा लिखित रूप से किए गए शिकायत को संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से संबंधित लिपिक को शपथ पत्र कार्य से मुक्त भी कर दिया गया है. आगे इसकी जांच कर दोषी पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

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