रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया
- देर रात सड़क किनारे दुकान पर पंखा देख पुलिस ने दरबाजा खटखटाते हुए दुकानदार को लगाई थी आवाज
- जब दुकानदार नहीं जगे तो पुलिस ने पंखा को थाना ले जाकर रखा था सुरक्षित
NAUGACHIA: बीते दिनों भागलपुर जिला के पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत ढोलबज्जा में देर रात पुलिस द्वारा गश्ति के दौरान एक दुकानदार की पंखा चोरा ले जाने की खबर विभिन्न समाचार पत्रों व न्यूज चैनलों के माध्यम से सामने आई है. जिस खबर को ढोलबज्जा बाजार के पंखा दुकानदार सुबोध कुमार चौधरी ने गलत बताया है. पंखा मालिक सुबोध कुमार चौधरी ने बताया कि- बीते 25 सितंबर की रात मेरी पंखा दुकान के बाहर सड़क किनारे छूट गई थी. हमलोग गेट बंद कर सो गए थे. देर रात करीब 1:00 बजे ढोलबज्जा पुलिस की गश्ति गाड़ी गुजर रही थी. जब पुलिस की नजर बाहर पड़े पंखे पर पड़ी तो रूक कर मेरा दरबाजा खटखटाते हुए आवाज भी लगाए इसलिए कि पंखा यहीं दे दिया जाय.
लेकिन, हमलोग डर से नहीं उठे. जिसके बाद पुलिस ने पंखे को उठा कर सुरक्षित थाना ले जाकर रख दिया. सुबह जब पंखा को नहीं देखा तो रात की बात याद कर सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि जो रात में आवाज दे रहे थे वह पुलिस थे और मेरी पंखा वही थाना ले गया है. जब हम थाना पहुंचे तो पंखा हमको सुरक्षित मिल गई. पंखा चोरी की बात न तो हम किसी को कहे हैं, ना हीं हम किसी को वीडियो फुटेज दिए हैं. यह सब कैसे और कौन कर रहा है, हमको खुद पता नहीं चल पा रहा है. जब आज खबर पढ़े तब पता चला है कि किसी ने इस तरह कि गलत खबर जानबूझ वीडियो वायरल करते हुए चलवा दिया है.
वहीं साथ में दुकानदार की पत्नी भी थी. जो ऐसे प्रकाशित खबरों को ग़लत बता रही थी. जिस सीसीटीवी कैमरे वाले ने वीडियो कटिंग कर वायरल किया है उसमें आगे-पीछे कुछ मिनट की भी तस्वीरें दिखनी चाहिए. वहीं ढोलबज्जा थाना रोड के कई दुकानदार बोल रहे थे कि- जब से ढोलबज्जा थाना की पदभार प्रभात कुमार ने संभाला है तब से अवैध कारोबारियों व असामाजिक तत्वों के लोगों में भय का माहौल है. जहां करीब दो-ढाई महीने होते-होते हीं पुलिस ने करीब 60-65 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. ऐसे में पुलिस पर इस तरह का आरोप लगाना ढोलबज्जा के लिए दुर्भाग्य की बात है. वहीं जिला पार्षद नंदनी सरकार ने बताया कि- सुबोध कुमार चौधरी की दुकान मेरे घर के आमने-सामने हैं.
ढोलबज्जा पुलिस की गश्ति गाड़ी रूक कर पुलिस ने बहुत देर तक दरबाजा खटखटाया है. ताकि दुकानदार उठे और पंखा उसको दे दिया जा सके. यह आवाज मेरे पिताजी ने सून कर खुद उठा और देखा हैं. साजिश के तहत झूठी खबर चलवा कर पुलिस को बदनाम और फंसाने का काम किय जा रहा है. वहीं उक्त मामले को लेकर नवगछिया इंस्पेक्टर मार्केंडेय सिंह ने दुकानदार से पूछताछ किया है. जहां दुकानदार ने सारी सच्चाई बता दी है. वहीं जिसके घर में सीसीटीवी कैमरे लगे थे वहां इंस्पेक्टर ने फुटेज देखना चाहा तो नवीन चौधरी की पत्नी ने यह कहकर इंकार कर दी कि वीडियो डिलीट कर दिया गया है. यदि फुटेज की जांच होती तो कटिंग वीडियो के आगे पीछे की तस्वीरों से सच्चाई दिख जाता. इससे साफ जाहिर होता है कि जिस वीडियो को वायरल किया गया है उसमें पुलिस पहुंचने से पहले तक की तस्वीर नहीं है. चेकिंग के दौरान पुलिस द्वारा दरबाजा खटखटाने की फुटेज दिखने पर सच सामने आ जाती. कहीं इसी बात को लेकर वीडियो फुटेज को जानबूझकर तो डिलीट नहीं कर दिया गया है.