रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया
NAUGACHIA: नवगछिया पुलिस जिले में एक बार फिर ससुराल में दहेज के कारण घरेलू प्रताड़ना से तंग आकर एक गर्भवती महिला ने खुद को आग के हवाले कर लिया। महिला के हाथ-पांव और कमर के नीचे 70% जली हुई है। गंभीर हालत में बिहपुर पुलिस ने उसे बिहपुर सीएचसी में इलाज के लिए पहुंचाया। जहां से डॉक्टर ने उसकी बेहद गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल भागलपुर रेफर कर दिया है। घटना बिहपुर थाना क्षेत्र के खलीफा टोला बिहपुर की है। दिन के करीब पौने 12 बजे मो नबी की तीन माह की गर्भवती पत्नी फरजाना खातून 26 वर्ष दहेज के लिए ससुराल में पति, सास-ससुर, ननद-देवर के प्रताड़ना से आजिज हो कमरे में बंद होकर किरासन तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर लिया।
70% जली महिला बिहपुर के लत्तीपुर निवासी मो सुल्तान की पुत्री फरजाना खातून बताई जा रही है। फरजाना 3 माह की गर्भवती थी। मिली जानकारी के अनुसार एक लाख रूपीए दहेज के लिए फरजाना को ससुराल वाले प्रताड़ित करते थे। पति बराबर फरजाना के साथ मारपीट किया करता था। महिला मंदबुद्धि और कम सुनती थी। महिला को एक पुत्र मो राजा 2 वर्ष है। माँ के लिए बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। फरजाना की माँ सायरा बीवी ने बताया कि हमलोग बहुत गरीब परिवार हैं। लहसुन बेचकर घर परिवार चलाते हैं। पांच वर्ष पूर्व 21 अक्टूबर 2017 को मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार दो लाख रूपीए उपहार स्वरूप देकर पुत्री का विवाह बिहपुर खलीफा टोला निवासी मो गुलजार के पुत्र मो नब्बी से किया था।
नब्बी ट्रेन पर भुजा बेचता है। बताया गया कि शादी के दो-तीन वर्ष तक ससुराल में सब ठीक रहा लेकिन 2020 में एक पुत्र मो राजा होने के बाद से फरजाना के ससुराल से दहेज की मांग किया जाने लगा। पैसे के लिए फरजाना के ससुराल वाले उसके साथ निर्दयतापूर्ण व्यवहार करने लगे। वही धीरे-धीरे पति नब्बी ने उसके साथ लाठी डंडे से मारपीट शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि पति के अलावे फरजाना के देवर, ननद और ससुर भी मारपीट किया करता था। घटना के दिन भी सुबह से उसके साथ मारपीट किया जा रहा था। फरजाना के ससुराल के बगल के लोगों ने बताया कि बीते तीन दिन से मो नब्बी घर मे हो-हंगामा हो रहा था। महिला के रोने चिल्लाने की आवाजें आस-पड़ोस के लोग भी सुनते थे। कई बार मारपीट करके फरजाना को घर से भी भगाने की बात कही जा रही है। कई बार मायके से आकर जनप्रतिनिधियों के समक्ष पंचायत भी हुई थी।
घटना के दिन उसके साथ मारपीट होते ही फरजाना एक रूम में बंद होकर खुद को आग लगा लिया। शरीर मे आग पकड़ने के बाद उसके जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज से पड़ोस के लोगो की नब्बी के घर भीड़ इकट्ठी हो गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने गेट तोड़कर आग बुझाया और उठाकर उसे बिहपुर सीएचसी लेकर गए। जहां से उसे मायागंज भेज दिया गया। वहां वह जिंदगी और मौत से लड़ रही है।इस बारे में बिहपुर थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने बताया कि महिला के मायके वाले कि ओर से आवेदन मिलने पर जांचोपरांत दोषियों पर कानूनी कार्यवाई की जाएगी। तत्काल फरजाना के ससुराल के लोग घर छोड़कर फरार हैं। आगे पुलिस मामले की जांच कर रही है।