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भागलपुर: गोराडीह पुलिस ने 7 मजदूरों को लिया हिरासत में, आरोपी का नाम नही बताने पर..प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डालकर बेल्ट-डंडे से जमकर की पिटाई !

रिपोर्ट – सुमित कुमार, भागलपुर

BHAGALPUR: भागलपुर में हुए सुमेश मंडल की हत्या मामले में पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया था। इन सभी लोगों का आरोप है कि वे और उसके परिजन पुलिस को अपनी बेगुनाही की गुहार लगाते रहे। लेकिन पुलिस नहीं मानी और इन लोगों के साथ मारपीट की। इतना ही नहीं पीड़ितों का आरोप है कि उनके प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल छिड़का और लाठी-डंडे से कई घंटे मारे। सभी पीड़ितों को 1 दिन तक हिरासत में रखकर मारपीट की है। पीड़ितों ने गोराडीह पुलिस थानाध्यक्ष शंता सुमन पर ये आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही 2-3 पुलिस पर आरोप लगाए हैं। एक पीड़ित धनेश्वर दास ने बताया कि शनिवार रात 2 बजे पुलिस मेरे घर पहुंची। हमको घर से थाना लेकर चली गई। वहां पर सुमेश मंडल हत्याकांड मामले में आरोपी के नाम पूछने लगी। जब हमने कहा कि मुझे नहीं पता, तो पुलिस मुझे एक कमरे में ले गई और वहां पर लाठी, बेल्ट से जमकर पिटाई की। पुलिस एक घंटे तक तलवे में बेल्ट से मारती रही। बार-बार पुलिस से हम अपनी जान की गुहार लगाते रहे, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी।

मामला गोराडीह थाना क्षेत्र के पहाड़िया स्थान के पास का है। शुक्रवार देर रात सुमेश मंडल(49) की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। इसी मामले में पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया था। उनसे पूछताछ करने के लिए उन्हें थाना लाई थी। एक दिन आगे-पीछे कर इन सातों लोगों को पुलिस ने घर से उठाया। फिर थाने ले जाकर इन लोगों की अलग-अलग कमरे में जमकर पिटाई की।इसके बाद मंगलवार को कैसे-कैसे पीड़ित पुलिस का हाथ-पैर जोड़ कर के वहां से भागे हैं। पीड़ितों ने बताया कि पुलिस उनसे 5 हजार रुपए भी मांग रही थी। लेकिन हम गरीब हैं,हम नहीं दे पाए।

मंगलवार को मायागंज में इलाज कराने आए घायल धनेश्वर दास ने रीसेंट बिहार टीम से बात की। उन्होंने बताया कि पुलिस पूछताछ के लिए थाना लाई। वहां पर जबरदस्ती अपराधियों के नाम को कबूल करवाने चाह रही थी। पूरे मामले में हम लोग निर्दोष हैं। उसके बावजूद पुलिस हम पर दबाव बना रही थी। पुलिस ने दोनों हाथ को बांधकर एक घंटे तक पिटाई की। 24 घंटे तक पुलिस ने थाने में रखा। धनेश्वर दास ने आगे बताया कि प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल दिया। करंट की तार को भी सटाने की लगातार धमकी दे रहे थे। बार-बार कह रहे थे कि अपराधी कौन है नाम बताओ? जबकि हम नहीं जान रहे थे। साहब, पुलिस ने बहुत पीटा है। हम लोग गरीब आदमी हैं। हरिजन जाति से आते हैं, इसलिए हम लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर मारपीट किया है।

सिटी SP राज ने बताया कि संबंधित SDPO को निर्देशित किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्य एकत्रित कर सामने रखा जाएगा। इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे। उस पर कार्रवाई की जाएगी।

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