रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया
NAUGACHIA: बिहपुर प्रखंड अंतर्गत एवं नदी थाना क्षेत्र के त्रिमहान कोसी घाट पर बिसहरी स्थान के समीप सोमवार की सुबह छठ पूजा के मौके पर उदयमान सूर्यदेव को अर्घ्य देने गए झंडापुर ओपी के औलियाबाद हिरदीचक निवासी मो रुस्तम के पुत्र मो इरसाद उर्फ बिट्टू और मो खलील के पुत्र मो परवेज आलम दोनो स्नान करने के दौरान डूबने से मौत गए थे. एसडीआरएफ टीम के द्वारा गोताखोरों की मदद से सोमवार की देर शाम तक शव की तलासी की गई लेकिन, दोनो का शव बरामद नही हो सकी थी. मंगलवार को पुनः एसडीआरएफ टीम ने दो बोट के साथ तलास शुरू किया.
इस दौरान सुबह साढ़े आठ बजे के करीब मो इरसाद उर्फ बिट्टू का शव घटना के 15 घँटे बाद बरामद कर लिया गया. वहीं देर शाम तक परवेज के शव की तलास जारी थी. इधर झंडापुर ओपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कागजी प्रक्रिया के बाद अनुमंडल अस्पताल नवगछिया में पोस्टमार्टम के बाद शव को परीजन को सौंप दिया. देर शाम हिरदीचक कब्रिस्तान में शव को दफन किया गया. इस दौरान सैकड़ो ग्रामीण मिट्टी देने कब्रिस्तान पहुंचे थे. इधर मृतक के घर घटना के बाद से सभी का रो-रोकर बुरा हाल है.
माँ साजिदा खातून बेटे के लिए सीना पिटकर रो रही थी. पिता, बहन-भाई सभी बेसुध व मर्माहत हैं. सभी भूख प्यास छोड़ बदहवास बिट्टू को देखने की इच्छा जताते हुए ज़ोर ज़ोर से रोने लगते हैं. छह भाई दो बहन में बिट्टू 5 वां, बीए पार्ट1 का छात्र था. पिता मजदूरी कर परिवार का परवरिश करते हैं. घटना से इलाके में शोक का माहौल बना हुआ है. आस-पड़ोस के लोग परीजन को ढांढस व सांत्वना देने में जुटे है.
जीप सदस्या रेणु चौधरी दूसरे दिन भी घटनास्थल पर दिनभर रही मौजूद: बता दें कि छठ पूजा के मौके पर 5 युवक नदी में अर्घ्य पूर्व स्नान करने लगे थे. इस दौरान एक एक कर पांचों गहरी खाई में डूबने लगे. डूब रहे युवकों द्वारा बचाव की आवाज घाट पर मौजूद ग्रामीण मछुआरे के कान में पड़ी.और देखा डूब रहे युवक हाथ ऊपर कर बचाने की गुहार कर रहे है. जिसके बाद मछुआरे ने तीन युवक को किसी तरह पानी से बाहर निकाल कर डूबने से बचाया लिया था. वही परवेज और इरसाद दोनो अथाह पानी मे तबतक समा चुके थे. बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर जीप सदस्या रेणु चौधरी भी छठव्रती परवैतिन के रूप में हाथ उठाई थी. हादसे की जानकारी पाकर बिना फलाहार किए रोते हुए त्रिमुहान पहुंचे और मौके पर पहुंचकर जिलाधिकारी समेत एसडीओ, बीडीओ, सीओ और एसडीआरएफ टीम को जानकारी देकर टीम भेजने का आग्रह किया. साथ ही अपनी गाड़ी भेजकर एसडीआरएफ टीम को भागलपुर से मंगवाया. घटना के बाद से जीप सदस्या रेणु चौधरी, सीओ, बीडीओ, झंडापुर ओपीध्यक्ष भूपेंद्र कुमार घाट पर देर शाम तक मौजुद थे.