रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया
NAUGACHIA: श्रीशिवशक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर संत शिरोमणि परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के जीवन पर आधारित पचगछिया निवासी विनय सिंह ‘परमार’ द्वारा रचित पुस्तक “श्रीगुरु-जीवन-दर्शन” का पचगछिया में प्रो डॉ नृपेन्द्र प्रसाद वर्मा, प्रो डॉ आशा तिवारी ओझा, हरिशंकर ओझा, कवि राजकुमार, सिया शरण पोद्दार, स्वामी शिव प्रेमानंद जी, मनोरंजन प्रसाद सिंह, स्वामी मानवानंद, पंडित प्रेम शंकर भारती, विनय सिंह परमार, सुभाष चंद्र पांडेय, कुंदन बाबा, मृत्युंजय कुमार द्वारा लोकार्पण किया गया. इससे पहले सभी अतिथियों का माल्यार्पण और अंग वस्त्र से सम्मान भी किया गया. पुस्तक लोकार्पण के बाद सभी अतिथियों ने अपने अपने भावोद्गार व्यक्त करते हुए पुस्तक और स्वामी आगमानंद जी महाराज के अनुकरणीय जीवन पर प्रकाश भी डाला.

मौके पर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज भी मौजूद रहे. पुस्तक लोकार्पण समारोह में सभी लोकार्पण कर्ताओं ने लेखक विनय सिंह ‘परमार’ द्वारा रचित इस पुस्तक की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए इस पुस्तक को श्रीशिवशक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर संत शिरोमणि परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के जीवन पर आधारित ग्रंथ बताया. जिसमें परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज की बाल्यकाल से अबतक के जीवन की पूरी चर्चा की गई है. साथ ही गुरु निष्ठा भी भरपूर झलकती है.
वहीं लेखक विनय सिंह ‘परमार’ ने गुरु जीवन पर पुस्तक लेखन की अनुमति से लेकर प्रकाशन तक में आयी बाधाओं की भी चर्चा की. अंत में परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने मानव जीवन और संत महात्माओं के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कई अनुकरणीय जानकारियां दी.