रिपोर्ट – सुमित कुमार , भागलपुर
BHAGALPUR: भागलपुर के हृदय स्थल सैंडिस कंपाउंड स्थित स्विमिंग पूल में 21 वर्षीय नाथनगर निवासी सारिक की डूबने से मौके पर ही मौत हो गई। इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद स्विमिंग पूल में उपस्थित सहयोगीयों के द्वारा उसे मोटरसाइकिल पर बैठा कर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया इधर स्विमिंग पुल में कार्यरत लोग मौके से फरार हो गए. जहाँ मीडिया कर्मी को अंदर जाने से जाने से रोका जा रहा था। अब सवाल यह है कि आखिरकर जब वहां पर तैराक थे तो फिर बचाया क्यों नहीं गया, अगर नहीं था तो आखिरकर नहाने के एवज में स्विमिंग पूल के संचालक प्रति घंटे का ₹200 अतिरिक्त शुल्क क्यों करता है.
लेकिन सुरक्षा के नाम पर आखिरकार कुछ भी क्यों नहीं है. हाल के दिनों में सैंडिस कंपाउंड में एक कार्यक्रम के दौरान बार बालाओं के साथ ठुमके लगाए गए अश्लील गाने बजाए गए। शहर के लोग जिस सैंडिस कंपाउंड को हृदय स्थल मानते थे उसे गंदा करने के लिए जिला प्रशासन के मदद से एक निजी कंपनी ने कब्जा जमाया हुआ है लिहाजा परिणाम यह हुआ कि आज एक छात्र को अपना जिंदगी देकर चुकाना पड़ा शायद अगर जिला प्रशासन के हाथ में सारा कार्यभार होता तो सुरक्षा व्यवस्था भी मुहैया कराया जाता लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर सिर्फ 4 तारीख है वह तैराक और वहा पर मौजूद कर्मचारी जो सिर्फ छात्र की मौत का तमाशा देखता रह गया.
अब यह सवाल यहा यह है की ना तो मेडिकल की सुविधा है ना तो एंबुलेंस का अगर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घट जाती है तो परिजन उसे अस्पताल तक पहुंचाएं और उनका इलाज कराएं अन्यथा जिंदगी से हाथ धोना पड़ जाएगा। इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद सैकड़ों लोग लोगो का वहा ताता लग गया और सुमिंग पूल संचालक के खिलाफ आवाज उठाई हालांकि सुनने वाला यहां कोई नहीं है पहले मुद्दा भागलपुर के हृदय स्थल सैंडिस कंपाउंड में निर्माण कार्य कराने को लेकर कोर्ट में चल रहा है उसके बावजूद भी एक निजी कंपनी के द्वारा वहां पर अवैध तरीके से निर्माण की गई और संचालन शुरू कर दिया और ऐसे में घटना दुर्घटना जिम्मेदारी उन लोगों पर है जो स्विमिंग पूल में नहाने और मस्ती करने के लिए पहुंचते हैं हालांकि घटना की जानकारी मिलने के बावजूद भी किसी भी प्रकार के वरीय अधिकारी या अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे जबकि अन्य दिनों सैंडिस कंपाउंड में प्रशासन की गाड़ियां में महिला शेरनी दल गस्ति करती है.
अन्यथा इनका जिम्मेदार स्विमिंग पूल संचालक नहीं है वही मौके से स्विमिंग पूल के संचालक फरार थे अगर मीडिया कर्मी सवाल वहां पर पूछते हैं तो उनको धमकाया जाता है। इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे मृतक के परिजन आनन-फानन में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचा जहां पर डेड बॉडी देखकर रो-रो कर परिजनों का बुरा हाल हो गया हालांकि पुलिस पूरे मामले को लेकर जांच कर रही है।