20220911 062017

नवगछिया अनुमंडल कारा में विचाराधीन बंदी की संदेहास्पद मौत, 1 की हालत गंभीर

  • जेल प्रशासन ने कहा- दोनों अलग अलग मामले में हुए हैं गंभीर
  • परिजनों लगा रहे आरोप, जहर की सुई दे कर संतोष को मार डाला

रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया

NAUGACHIA: नवगछिया अनुमंडल कारा में देर शाम एक बंदी की संदेहास्पद मौत हो जाने की बात सामने आई है. वहीं एक अन्य बंदी गंभीर रूप से बीमार है. मिली जानकारी के मुताबिक दोनों बंदी की स्थिति खराब होते हीं जेल प्रशासन के द्वारा इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच मायागंज भागलपुर भेजा गया. जहां सोनवर्षा निवासी रोहित दास के पुत्र संतोष कुमार को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं सैदपुर निवासी विचाराधीन बंदी मनीष कुमार को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल के बंदी वार्ड में भर्ती किया गया है. जहां देर रात तक उसका इलाज चल रहा था. नवगछिया अनुमंडल कारा के जेल अधीक्षक तारिक अनवर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि- दोनों बीमार थे और दोनों के बीमार होने की वजह अलग अलग है.

दोनों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया. जहां एक की मौत हो गयी. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. इधर घटना की सूचना मिलते ही सोनवर्षा से बड़ी संख्या में ग्रामीण और मृतक के परिजन भागलपुर मायागंज पहुंच गए थे. मृतक की पत्नी उषा देवी ने आरोप लगा रही है कि- उसके पति को जहर की सुई दे कर मार डाला गया. उषा देवी ने कहा कि शराब पीने के बाद हुई मौत के मामले में उसके पड़ोसियों द्वारा उसके पति को फंसाया दिया गया था. जिसमें करीब तीन माह पहले उसे जेल भेजा गया था. इधर मृतक के भाई अशोक दास ने कहा कि घटना के बाद उन्हें किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गयी.

सबसे पहले वे लोग थाना गए, वहां से पता चला कि संतोष अस्पताल में है. वे लोग स्थानीय अस्पताल चले गए. जहां से पता चलने पर वे लोग जेएलएनएमसीएच पहुंचे तो वहां पर संतोष का शव रखा हुआ था. मालूम हो कि पिछले दिनों भी जेल में एक आत्महत्या का मामला सामने आया था. कुछ दिन बाद ही जेल में हुई इस दूसरी घटना से जेल की व्यवास्था पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है.

लोगों ने की न्यायिक जांच की मांग
जेल में संतोष कुमार की मृत्यु के बाद नवगछिया के बुद्धिजीवियों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. माले के कामरेड गौरीशंकर राय ने मामले में न्यायिक जांच कर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. जबकि दूसरी तरफ आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने भी पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और न्यायिक जांच कराने की मांग की है.

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