- हाटे बजारे ट्रेन में हुई थी लूट की वारदात, एक सप्ताह में पुलिस ने की घटना का पर्दाफाश
- स्वर्ण व्यवसाई के रिश्तेदार हीं निकले लूट का सरगना
रिपोर्ट/- मनीष कुमार मौर्या/-नवगछिया: नवगछिया जीआरपी थाना आरपीएफ थाना क्षेत्र के काढ़ागोला व बखरी रेलवे स्टेशन के बीच चलती हाटे बजारे एक्सप्रेस ट्रेन में ढाई किलोग्राम सोना लूट कांड का रेल पुलिस ने खुलासा कर दिया है। जो रेल पुलिस के लिए इसे बड़ी उपलब्धियां मानी जा रही है। पुलिस ने लूटे गए सोने में से 456.920 ग्राम सोने, भारतीय व नेपाली करेंसी के साथ घटना में संलिप्त छः लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधी कटिहार जिले के बरारी थाना क्षेत्र अंतर्गत मररिया मंसूरी टोला वार्ड नंबर- 09 निवासी मोहम्मद इदरीश के बेटे मोहम्मद बाबर (27), कादर टोला वार्ड नंबर-04 निवासी पाचू मंडल के बेटे खुशीलाल मंडल (22), कुरसेला थाना क्षेत्र के खेरिया वार्ड नंबर-12 निवासी नुनूलाल यादव के बेटे विनोद यादव (48), अररिया जिले के जोगबनी थाना क्षेत्र के टिकुलिया बस्ती वार्ड नंबर-10 निवासी रामविलास मंडल के बेटे राजू मंडल (34), मधेपुरा जिले के मधेपुरा सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत गुलजार बाग निवासी जेठमल सोनी के बेटे संतोष सोनी व राजस्थान के बीकानेर जिला के मीना शहर थाना क्षेत्र अंतर्गत रामदेव नगर कॉलोनी फ्लैट नंबर- 45 निवासी हनुमान सोनी के बेटे मनोज सोनी है।
ज्ञात हो कि बीते 25 जून को सियालदा-सहरसा हाटे बजारे एक्सप्रेस ट्रेन में हथियारबंद अपराधियों के द्वारा मधेपुरा के स्वर्ण व्यवसाई पारस मणि से 2782.893 ग्राम सोना जिसकी कीमत तकरीबन डेढ़ करोड़ की लूट कर फायरिंग करते हुए फरार हो गए थे। कांड के उद्भेदन, वांछित अभियुक्तों उसमें व संलिप्त अज्ञात अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए कटिहार रेल उपाधीक्षक श्री कुमार देवेंद्र के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम गठन किया गया था। जिसके बाद पुलिस को इतनी बड़ी सफलता हाथ लगी है। कटिहार एसआरपी संजय भारती व डीएसपी देवेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि- 25 जून को नवगछिया रेल थाना अंतर्गत गाड़ी संख्या- 13163 हाटे बजारे एक्सप्रेस ट्रेन के कोच संख्या एसी-वन में, सीट नंबर- 25 व 28 पर यात्रा कर रहे यात्री के साथ काढ़ागोला व बखरी रेलवे स्टेशन के बीच पोल संख्या- 26/23 के पास अज्ञात सशस्त्र अपराध कर्मीयों के द्वारा हथियार का भय दिखाकर बैग सहित सोने का आभूषण करीब ढाई किलोग्राम लूट लिया गया था। जिस आरोप में रेल थाना नवगछिया कांड संख्या- 20/22 दिनांक- 26.6.2022 धारा 392 भादवी एवं आर्म्स एक्ट के तहत अज्ञात अपराध कर्मी के विरुद्ध कांड दर्ज किया गया था। जिसके उद्भेदन व घटना में संलिप्त अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए एक एसआईटी टीम गठन कर मामले की जांच पड़ताल करते हुए जगह-जगह छापेमारी की जा रही थी। जिसमें 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास पुलिस ने 358.900 ग्राम सोने की बिस्किट, 20 लाख 57 हजार 8 सौ भारतीय करेंसी, चार सोने की चूड़ी, 6 सोने की अंगूठी, 1 जोड़ी सोने की झुमका जिसका कुल वजन 456.920 ग्राम, ₹45300 नेपाली करेंसी, घटना में प्रयुक्त 5 मोबाइल व दो मोटरसाइकिल जो सफेद रंग की अपाचे मोहम्मद बाबर व काले रंग की स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल खुशीलाल मंडल के पास से बरामद की गई है। मनोज सोनी के पास से ज्वेलरी खरीद बिल व अन्य के पास से रुद्राक्ष की माला, पर्स, आधार कार्ड बरामद हुई है।
लूट के सरगना निकले स्वर्ण व्यवसाई का हीं रिश्तेदार
सोना लूटकांड का पुलिस द्वारा उद्भेदन किए जाने के बाद बताया जा रहा है कि मधेपुरा के पीड़ित स्वर्ण व्यवसायी पारस मणि के साथ जो सोना लूट की घटना हुई थी उसके मुख्य सरगना उसके रिश्तेदार हीं थे. इस घटना को अंजाम पीड़ित पारस मणि के चचेरे भाई गुलजार बाग निवासी संतोष सोनी व राजस्थान बिकानेर निवासी मनोज सोनी के द्वारा देने की बात सामने आई है। मधेपुरा में जहां पारस मणि ज्वेलरी की दुकान चलाते हैं वहीं उसके चचेरे भाई संतोष सोनी का भी दुकान है। पारस मणि मूलतः राजस्थान के निवासी हैं जो करीब 15 वर्ष पहले से मधेपुरा में अपना दुकान चला रहे हैं। पारस की अच्छी दुकान चलती थी तो वहीं उसके भाई की कम दुकान चलता था। दोनों ने कलकत्ता के एक हीं स्वर्ण व्यवसायी से माल उठाता था। जिसकी जानकारी मिलने के बाद संतोष ने इस तरह का षड्यंत्र रच कर घटना को अंजाम दिया। घटना से पहले संतोष ने राजू मंडल के द्वारा कुर्सेला के अपराधियों को सेटिंग किया था। वहीं संतोष ने बिकानेर से मनोज सोनी को भी बुला लिया। जब पारस मणि कलकत्ता ज्वैलरी के सामान लाने गया तो उसके बाद राजू और मनोज भी कोलकाता चले गए। जहां दोनों ने अपना डेरा डाल दिया। इधर संतोष ने 30 हजार में अपराधियों को सेटिंग कर रखा था। संतोष के द्वारा राजू को ट्रेन का बोगी व सीट नंबर बताए जाने पर राजू ने अपने सभी साथियों को कटिहार में ट्रेन पर चढ़ाया। जिसके बाद काढ़ागोला व बखरी के बीच घटना को अंजाम दिया गया था। घटना के बाद बथनाहा में सोने का बंटवारा कर लिया गया था।