NAUGACHIA: झंडापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत झंडापुर शेख़ टोला वार्ड संख्या 1 निवासी पान दुकानदार मोहम्मद फारूक 50 वर्ष की गुरुवार की देर रात अपहरण करने के बाद बड़ी ही बेरहमी से पत्थर से मुह कुचकर व गला रेतकर उनकी हत्या कर दी गई। शव दुकान से कुछ ही दूरी पर एक होटल के पीछे से बरामद किया गया। मोहम्मद अफरोज व मोहम्मद लालू ने बताया कि मरहूम फारूक खगड़ा चौक स्थित पेट्रोल पंप के सामने कई वर्षों से पान का दुकान चलाता था। पान दुकान में उनके बड़े पुत्र मोहम्मद मेहताब अपने पिताजी का मदद करते थे।
परिवार का इसी पान दुकान से भरण पोषण होता है। जबकि मरहूम मोहम्मद फारूक अपने पीछे पत्नी फिरोजा खातून, तीन पुत्री एवं पुत्र मोहम्मद मेहताब, मोहम्मद आफाक मोहम्मद दिलखुश को छोड़ गए। उनकी बड़ी बेटी ने कहा कि मेरे पिताजी का मोहम्मद फूलों ने अपने तीन सहयोगी के साथ बेहरमी से हत्या कर दी, जबकि किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं था। मृतक की पत्नी ने बताया कि मेरे पति ने पड़ोसी बानो खातून के घर फूलो को आते जाते देखा था। बानो खातून से फुलों का अवैध संबंध भी बताया जा रहा है लेकिन मेरे पति के साथ उन्होंने मारपीट करते हुए अपने सहयोगी के साथ मेरे पति की दर्दनाक हत्या कर दिया।
परीजन ने बताया कि 15 वर्षों से शेखटोला झंडापुर वार्ड संख्या 1 में जमीन खरीदने के बाद घर बनाकर बाल बच्चे के साथ रहते हैं। इस हत्या से गांव में कई प्रकार की चर्चाएं भी हो रही है। जबकि जानकारी के मुताबिक मोहम्मद फूलो वार्ड सदस्य प्रतिनिधि भी हैं। सवाल तो यह बनता है कि आखिर छोटी सी बात के लिए आखिर क्यों हत्या किया गया। अपराधियों का मनोबल इतना क्यों ऊपर है। जबकि घटना में शामिल दो अपराधी अब भी पुलिस पकड़ से फरार चल रहे हैं। बताते चलें कि पेट्रोल पंप के पास अन्य दुकानदार द्वारा तीनों अपराधी को देखा गया था। मोहम्मद फारूक को किसी बहाने बाइक पर बैठा कर कुछ दूरी पर ले जाकर उन्हें बुरी तरीका से मार कर दर्दनाक हत्या कर दी गई।
चेहरा इतना चोटिल था कि लोग सही से देख नहीं पा रहे थे। कुछ लोगो का कहना था कि मृतक की एक आंखें निकाल ली गई है। दोनो हाथ टूटे थे। गला पर जख्म चेहरा कुचला हुआ था। बता दें कि उनके लापता होने के बाद शुक्रवार को सामाजिक स्तर पर मोहम्मद फूलो से मोहम्मद फारूक के विषय में पूछा भी गया लेकिन फूलो ने साफ इनकार कर दिया कि फारूक की जानकारी उनके पास नहीं है। जब परबता थाना पुलिस मोहम्मद फूलों को हिरासत में लिया उसके बाद सख्ती से जब उनसे पूछताछ की गई तब उन्होंने सारा राज उगला। घटनास्थल पर पुलिस को लेकर गए और घटना स्थल पर ही मोहम्मद फारूक की शव पड़ी हुई थी। शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा कर परिजन को सौंप दिया। एक अपराधियों की गिरफ्तारी मो फूलो की तो हो चुकी है। दो अब भी फरार हैं।
इधर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतक फारूक ने दो बेटी की कर चुके थे शादी। छोटी बेटी 18 साल की है। बड़े बेटे की शादी होनी थी। बकरीद के बाद, घरों में होने वाली थी खुशियों का माहौल गम में बदल गया। झंडापुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार के नेतृत्व में शुक्रवार के देर रात से ही मृतक के गांव में पुलिस को मुस्तैद कर दी गई थी। शनिवार को भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। परिजनों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। परबत्ता थानाध्यक्ष पुनि शंभु कुमार ने बताया कि पुलिस में त्वरित कार्यवाई करते हुए हत्याकांड में शामिल एक नामजद अभियूक्त मो फूलो को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया। वही फरार दो अभियुक्तों को पकड़ने के लिए पुलिस उसके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। जल्द ही दोनो अभियूक्त सलाखों के पीछे होगा।