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Naugachia: कदवा के दहेज लोभी पति ने अपनी पहली पत्नी और बेटी को छोड़कर की दूसरी शादी, पत्नी पहुँची थाना

रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया

NAUGACHIA: भागलपुर जिला के नवगछिया प्रखंड अंतर्गत कदवा ओपी थाना क्षेत्र के प्रासपुर कदवा निवासी सत्यनारायण सिंह के दहेजलोभी पुत्र अविनाश कुमार ने खगड़िया जिला के पसराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत महदीपुर निवासी जनार्दन सिंह की पुत्री शबनम कुमारी से दो साल पहले कोर्ट मैरिज किया उसके बाद दहेज की मांग करने लगा. दहेज नहीं देने पर अविनाश कुमार ने आज बुधवार की रात प्रतापनगर कदवा में दिनेश सिंह व अपनी बहन रिंकू कुमारी के यहां अविनाश ने कहीं से गैर जातीय दुसरी लड़की ला कर शादी कर ली. अविनाश को पहली पत्नी शबनम कुमारी से एक ढेड़ साल की पुत्री भी है. पहली पत्नी और बच्ची को छोड़ कर दुसरी शादी करने की सूचना मिलते हीं शबनम अपनी डेढ़ वर्षीय पुत्री को लेकर न्याय की गुहार लगाने कदवा ओपी थाना पहुंची.

जहां थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने शबनम को महिला थाना नवगछिया भेज दिया. शबनम ने बताया कि- दो साल पहले अविनाश ने 6 जुलाई 2020 को महेशखूंट रेलवे स्टेशन के सार्वजनिक नव दुर्गा मंदिर में शादी कर अगले दिन सुबह व्यवहार न्यायालय घोघरी जमालपुर में शादी की शपथ पत्र भी बनवाया है. शबनम बताती है कि- शादी के बाद अविनाश के पास रहने के लिए घर नहीं थे. उसने घर बनाने के लिए मेरे पिताजी से चार लाख रुपए की आर्थिक मदद मांगे और घर बनाने तक हमको महदीपुर में हीं अपने मायके रहने बोल दिया. अविनाश ने पैसा लेकर ना घर बनाया ना हीं हमको कभी ससुराल प्रासपुर (गुरुथान) कदवा लाकर रखा. इस बीच अविनाश का महदीपुर आना-जाना होता रहा. जिस दौरान एक लड़की पैदा हुई.

लड़की पैदा होने के बाद अविनाश मेरे पिताजी से फिर दो लाख रुपए देने की मांग करने लगा. मेरे पिताजी ने बोला पहले जो चार लाख रुपए दिए हैं, उससे घर बनाना शुरू किजिए जो घटेगा और मदद की जायेगी. लेकिन अविनाश ने इसी बीच मुझे और मेरे डेढ़ वर्षीय पुत्री को छोड़ कर आज रात दुसरी शादी कर ली.वहीं आरोपित युवक अविनाश से रीसेंट बिहार के संवाददाता ने फोन पर बात किया तो उन्होंने बताया कि. चार लाख रुपए देने की बाद गलत है. लड़की देखने जब हमलोग गए थे तो शबनम दायां पैर से विकलांग थी. शादी की अगुवाई कर रहे कदवा के हीं एक आदमी ने बोला कि लड़की घर की सब काम-धंधे कर लेती है. घर नहीं है तो मदद कर घर बनवा दी जायेगी.

जिस पर हम सहमत हुए तो शादी करा घर बनाने के लिए मात्र ढाई लाख की मदद लड़की पक्ष की ओर से की गई है. सुबह कोर्ट में शादी कराने के बाद और नब्बे हजार देने की बात कही गई जो आज तक नहीं मिला. जितना पैसा मिला उतना में घर नहीं बन पाता इसलिए सोचे कुछ और आर्थिक स्थिति ठीक होंगे तो घर का निर्माण कार्य पूरा कर लड़की को ला लूंगा. लेकिन शबनम से शादी होने के बाद जब उसे एक-दो बार कुछ दिनों के लिए अपने घर लाया तो विकलांग होने के कारण कुछ काम नहीं कर पा रही थी. इसी लिए दुसरी शादी कर लिया. युवक का कहना है वह दोनों पत्नियों को रखेंगे. लेकिन पहली पत्नी शबनम कुमारी मानने को तैयार नहीं है. वह इंसाफ के लिए कोर्ट की दरबाजा खटखटाने को तैयार हैं. बताया जा रहा है कि- कुछ दिन पहले उक्त मामले को सुलझाने के लिए कदवा में पंचायती भी हुआ था. जहां पंचायती को अविनाश मानने को तैयार नहीं हुआ.

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