रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या,ढोलबज्जा
DHOLBAJJA: वर्षों से एक सड़क के लिए उपेक्षित खैरपुर कदवा पंचायत के महादलित टोला बेलसंडी जहां बाढ़ की विभिषिका झेलते आ रहे हैं तो वहीं के लोग कुछ गांव वाले की प्रताड़ना के भी शिकार होते आ रहे हैं. एक सड़क के अभाव में यह गांव हर साल बाढ़ व बरसात के दिनों में पानी से घिर जाते हैं. जिससे बेलसंडी के लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है. जिसकी पीड़ा किसी भी समाजसेवियों, नेता, जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों से छिपी नहीं है.
जहां स्कूली बच्चों के पठन पाठन प्रभावित हो जाते हैं तो वहीं यदि कोई बीमार पड़ जाए तो एक खाट हीं सहारा होता है. सबसे ज्यादा परेशानी तो उस समय वहां के महिलाओं को प्रसव पीड़ा से होती है. जहां न कोई चिकित्सक समय पर पहुंच पाते ना हीं एंबुलेंस की सुविधा. इसी बीच वहां बाढ़ की पानी आने से पहले ग्रामीणों की बांस बल्ली से हीं लोग घिर गए हैं. चुनाव व बाढ़ के समय नेता पदाधिकारियों लोग आते हैं और तरह तरह के वादे कर चले जाते हैं. लेकिन आज तक बेलसंडी को एक सड़क नसीब नहीं हो पायी है. जबकि गांव की आबादी करीब छः सौ से ज्यादा है. ग्रामीणों ने बताया कि- करीब एक सप्ताह पहले बेलसंडी निवासी जोगो ऋषिदेव की बहू ने गोला टोला कदवा के जमीन मालिक मनोज मंडल के खेत से मिट्टी उठाने गई थी.
जहां जोगो की बहू व मनोज मंडल की पत्नी से नोंकझौंक हो. इसी आक्रोश में मनोज मंडल ने कच्ची सड़क वाली अपनी जमीन पर बांस बल्ली लागा कर पुरे गांव वाले को आने जाने का रास्ता अवरूद्ध कर दिया है. जबकि मनोज मंडल ने उस जमीन को बेलसंडी निवासी मुर्शीद अली के यहां सुधभरना रख दिया है. सुधभरना रखने के बाद जितना जमीन रास्ता में फंसता था उतना जमीन का क्षतिपूर्ति हम ग्रामीणों ने मुर्शीद अली को दे रहे हैं. फिर भी जमीन मालिक मनोज मंडल ने एक की जगह हम पूरे ग्रामीणों का रास्ता बांस बल्ली लगाकर रोक दिया है. गांव से पूरब करीब छः सौ मीटर दूरी पर फोरलेन सड़क है तो वहीं गांव से दक्षिण सटे करीब डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क है. वहीं कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि चुनावी रंजिश के कारण हीं बेलसंडी का आज तक विकास नहीं हो पाया है.