- देर शाम कई थानों के थानाध्यक्ष समेत सैकड़ो पुलिस बल के द्वारा बल पूर्वक विधायक को किया ग्रामीणों से मुक्त
- नही पहुंचे विभाग के अधिकारी
NAUGACHIA: खरीक प्रखंड के लोकमानपुर आदर्शनगर में रविवार को बिहपुर विधायक ई. कुमार शैलेंद्र अपने कार्यकर्ताओं के साथ सैकडों ग्रामीणों के बीच मोदी सरकार की आठ साल की बड़े उपलब्धियों को बताने के लिए सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान गाँव के सैकड़ों ग्रामीण कार्यक्रम में शामिल थे। बता दें कि विधायक पिछले दो माह से बिहपुर विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार कार्यक्रम कड़ते का रहे हैं। विधायक ने दो दिन पूर्व लोकमानपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। रविवार को कार्यक्रम में मौजूद ग्रामीणों ने विधायक के वक्तव्य को शांत होकर सुना। इस दौरान ग्रामीण विधायक के हर बातों का समर्थन कर रहे थे। लेकिन जैसे ही कार्यक्रम सम्पन्न हुआ, जिसके बाद ग्रामीणों ने विधायक को घेर लिया।
बॉडीगार्ड समेत कार्यकर्ताओं से उलझ गए। इलाके में कटाव रोधी काम को लेकर स्थानीय लोग सरकार से नाराज हैं और इस वजह से ग्रामीणों ने विधायक को बंधक बना लिया। मौके पर विधायक ने लाख समझाया पर ग्रामीण समझने को तैयार नही थे। आक्रोशित ग्रामीणों की मांग थी कि जबतक यहां कटाव निरोधी कार्य शुरू नही होगा तबतक यहां से जाने नही देंगे। इसी दौरान ग्रामीणों ने बाढ़ और विस्थापितों की समस्या को विधायक के समक्ष रखा। इसके साथ ही ग्रामीणों ने गांव में व्याप्तउ अव्यवस्था और बहदाली को लेकर भी अपना गुस्सा जाहिर कर रहे थे। कोसी नदी का लगातार कटाव जारी है। ग्रामीण कटाव निरोधी कार्य शुरू करने की मांग सरकार और जिला प्रशासन से कर रहे थे।
ग्रामीणों को डर है कि समय रहते कटाव निरोधी काम शुरू नहीं हुआ तो आने वाले समय में सैकडों घर नदी में समा जाएंगे। मौके पर सभी ग्रामीण विधायक के सामने अड गए। इतना ही नही उसके बाद विधायक को प्राथमिक विद्यालय आदर्श नगर के एक वर्ग (हॉल) में बायजबरण बंद कर बंधक बना लिया। काफी आरजू विनती के बावजूद ग्रामीण मानने को तैयार नही थे। इस दौरान ग्रामीणों का उग्र रूप भी विधायक ने देखा और मौके से सम्बंधित विभाग के मंत्री समेत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ग्रामीणों के मांग और वर्तमान हालात से अवगत कराया। शोशल साइट के माध्यम से जिलाधिकारी भागलपुर से लेकर कई अधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया।
सूचना मिलते ही नवगछिया एसडीओपीओ दिलीप कुमार मौके पर पहुंचे थे और विद्यालय के कमरे का गेट खोलवाकर विधायक से मिले एवं हालात की जानकारी ली। विधायक विस्तृत रूप से ग्रामीणों की मांग को जायज बताते हुए आमरण अनशन पर बैठ गए। शाम 7 बजे तक विधायक आमरण अनशन पर बैठे रहे लेकिन सम्बन्धित विभाग समेत कोई भी पदाधिकारी शिहकुंड गाँव नही पहुंचे थे। शाम 7 बजे कई थानों के थानाध्यक्ष समेत सैकडो पुलिस बलों ने विधायक को ग्रामीणों से मुक्त कराया। विधायक ने कहा कटाव निरोधी कार्य जल्द शूरु होगा। उन्होंने ग्रामीणों के मांग को जायज कहा लेकिन ग्रामीणों के मांग करने का तरीका गलत बताया।