NAUGACHIA: नवगछिया प्रखंड के कोसी पार, प्रावि चैय टोला खैरपुर कदवा में विधि-व्यवस्था व शिक्षकों की मनमानी रवैए से नाराज ग्रामीणों ने गुरुवार को स्कूल परिसर में जमकर बवाल काटा है. विद्यालय के सचिव प्रतिनिधि सोनू कुमार रजक, अध्यक्ष भूषण कुमार, पंचायत के मुखिया पंकज कुमार जायसवाल के साथ अन्य दर्जनों ग्रामीणों का आरोप था कि- यहां शिक्षक कभी भी समय पर विद्यालय नहीं आते हैं. 11:00 बजे के बाद तक आते हैं, फिर जब मन होता है चले जाते हैं. कुल चार शिक्षकों में एक-दो शिक्ष हीं आते है. हाजिरी सभी दिनों की बनाते हैं. ग्रीष्मावकाश के बाद अब तक मात्र 7-8 दिन दिन हीं एमडीएम चालू हुआ है.
रक्षाबंधन के बाद गुरुवार तक मध्याह्न भोजन बंद हीं है. रसोईया अहिल्या देवी के साथ एक अन्य ने बताया कि- मध्याह्न भोजन के लिए सारे सामग्रियों उपलब्ध हैं. प्रधानाध्यापक हम लोगों को आदेश देंगे तब न बनाएंगे. गुरुवार को विद्यालय प्रभारी पवन कुमार मंडल समय से विद्यालय पहुंच चुके थे लेकिन, शिक्षिका अर्चना कुमारी 10:30 बजे विद्यालय पहुंची. जबकि गत 17 अगस्त को अर्चना अवकाश प्राप्त थी फिर भी 18 अगस्त को विद्यालय आने के बाद 17 अगस्त की अपनी उपस्थिति बना ली थी. जब उनसे पूछा गया कि पिछले दिन विद्यालय नहीं आने पर भी उस दिन की हाजिरी कैसे बना लए तो प्रधानाध्यापक पवन कुमार व अर्चना कोई जबाव नहीं दे पाए.
वहीं दो शिक्षिका जुली कुमारी व पुष्पा कुमारी अनुपस्थित थे. बच्चों की उपस्थिति काफी कम थी. करीब 15-16 बच्चों हीं उपस्थित थे. स्कूल खुलने के समय में भी शौचालय में ताला लगा रहता है. स्कूली बच्चे सौ मीटर दूर कोसी धार में शौच के लिए जाते हैं. ग्रामीणों कह रहे थे यदि बच्चे का पैर फिसल जाने से कोई घटना हो जाय तो इसका जबाव कौन देगा? हेडमास्टर को कुछ बोलते हैं तो उसको किसी बात का कोई मलाल नहीं है. हम ग्रामीणों कहते कहते थक चुके हैं. ज्यादा कुछ बोलते हैं तो हेडमास्टर नेता व दबंग प्रवृत्ति के लोगों से हम ग्रामीणों पर दबाव बनाने लगते हैं. इसलिए डर से लोग शांत हो जाते हैं.
उक्त बातों को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विजय झा से मिलने रीसेंट बिहार की टीम उनके कार्यालय नवगछिया पहुंचे. जहां वह किसी आवश्यक काम से बाहर थे. इसलिए उनसे मुलाकात नहीं हो पाई. फोन से भी बात करने का लगातार प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं पाया.