BIHAR: बीपीएससी की ओर से ली गई तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की आशंका है. बीते शुक्रवार (15 मार्च) को दो पालियों में परीक्षा हुई थी. परीक्षा में शामिल होने बिहार आ रहे करीब 250 से 300 परीक्षार्थियों को हजारीबाग में शुक्रवार की सुबह हिरासत में लिया गया था. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है. अब एक्शन शुरू हो गया है. हालांकि अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. पेपर लीक की बात जांच में सच होती है तो तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा रद्द भी हो सकती है.
बिहार के विभिन्न जिलों से हजारीबाग पहुंचे थे अभ्यर्थी
शक है कि इन अभ्यर्थियों को परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्र पहले से उपलब्ध करा दिए गए थे. इन्हें हजारीबाग के दो होटलों में रुकवा कर प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए थे. आशंका है कि प्रश्नपत्र छात्रों को उपलब्ध कराने के बाद पिछले दो दिनों से पढ़ाया जा रहा था. ये अभ्यर्थी बिहार के विभिन्न जिलों से हजारीबाग पहुंचे थे. शुक्रवार की सुबह इन अभ्यर्थियों को बिहार स्थित अपने एग्जाम सेंटर पहुंचना था.
तीसरे चरण में करीब 87,709 पदों पर होनी है बहाली
बिहार में तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में करीब पौने चार लाख परीक्षार्थी शामिल हुए हैं. पहली पाली में दो लाख 14 हजार और दूसरी पाली में एक लाख 60 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है. बिहार में तीसरे चरण में करीब 87,709 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है. बीपीएससी की ओर से प्राथमिक और मध्य विद्यालय के शिक्षकों के लिए यह भर्ती परीक्षा आयोजित की गई है.
पेपर लीक हुआ है या नहीं इसकी जांच शुरू हो गई है. बताया जाता है कि जो अभ्यर्थी पकड़े गए हैं उनके पास से फोन आदि नहीं मिला है. बता दें कि हजारीबाग में जिन परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया गया है वह परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं. उधर बीपीएससी सचिव रवि भूषण ने कहा है कि उन्हें पेपर लीक की जानकारी नहीं है.