BIHAR: पटना में कदमकुआं थाना की पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को अगवा कर देह व्यापार के दलदल में धकेलने वाले गिरोह के दो बदमाशों के गुरुवार को पकड़ा। यह गिरफ्तारी एक नाबालिग के निशानदेही पर हुई। पुलिस ने बख्तियारपुर की प्रतिमा देवी (50) और दरभंगा का कन्हैया कुमार (20) को गिरफ्तार किया है। प्रतिमा देवी पिछले कई सालों से इस धंधे में संलिप्त रही है। प्रतिमा और कन्हैया पिछले 3 साल से साथ में काम करते हैं। इन दोनों ने मिल कर अभी तक एक दर्जन से अधिक बच्चियों को अगवा कर बेच दिया है।
एक दर्जन से ज्यादा नाबालिगों का कर चुके हैं सौदा
प्रतिमा देवी स्टेशन पर दिन भर घूमती रहती है। ज्यादा तर समय कन्हैया उसके साथ रहता था। कन्हैया ऑटो चलाता है। प्रतिमा देवी का काम होता था घूम घूम कर लड़की को चुनना। फिर दोनों मिल कर बच्ची को अगवा कर के बेच देते थे। इसके एवज में उन्हें तुरंत 50 हजार से 1.5 लाख तक रुपए मिल जाते थे। पुलिसिया पूछताछ में प्रतिमा देवी ने यह कबूल किया है कि अभी तक एक दर्जन से ज्यादा बच्चियों को उसने कन्हैया की मदद से अगवा कर उन्हें कोलकात्ता के देह व्यापारी के हाथों बेच चुकी है। इसका काम नाबालिग को अगवा करना उसको बेहोश कर सिर्फ कोलकाता की पार्टी को बताना होता था। कुछ ही घंटों में उसकी लोग आ कर इन लोगों को पैसा देकर बच्चों को अपने साथ ले कर चले जाते थे।
कोलकात्ता की पार्टी समय पर आ जाती तो बच निकलते दोनों
बुधवार को प्रतिमा और कन्हैया ने लोहानीपुर से एक नाबालिग लड़की को नशीला पदार्थ सुंघाकर ऑटो से अगवा कर लिया। लड़की घर से ट्यूशन पढ़ने जा रही थी। इसी दौरान पीछे से ऑटो चलाते हुए कन्हैया पहुंचा। ऑटो में प्रतिमा भी बैठी थी। प्रतिमा ने कुछ पूछने का बहाना बनाया और कन्हैया ने लड़की के मुंह पर रुमाल रख कर बेहोश कर दिया। दोनों ने पार्टी से बात की। इसके बाद दोनों उसे ऑटो में लादकर पटना जंक्शन ले गए। नाबालिग को जिससे बेचना था वो पार्टी किसी कारण वश उस वक्त नहीं आई। दोनों नाबालिग को लेकर राजेंद्र नगर टर्मिनल के पास आ गए। वहीं एक कबाड़ी दुकान में नाबालिग को बेहोश कर के रखा था। शाम में बच्ची को होश आया। उस वक्त वहां कोई नहीं था। लड़की सड़क पर आई और किसी राहगीर को अपनी बात बताई। राहगीर ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और बच्ची को निशानदेही पर कदमकुआं थाना की पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और लड़की को उसके परिजनों को सौंप दिया।
देह व्यापार करने वालों से जेल में हुई थी पहचान
पकड़े गए दोनों शातिर कई बार जेल जा चुके है। इसमें मानव तस्करी, चोरी या अन्य कई मामलों में जेल जा चुके है। दोनों का अपराधिक इतिहास रहा है। कन्हैया 2021 में स्टेशन पर चोरी करने में पकड़ा गया था। जिसके बाद वो बेऊर जेल भेजा गया। वहां उस की मुलाकात आसनसोल के एक देह व्यापारी से हुई। जिसके बाद ये नाबालिगों को अगवा कर के बेचने लगा। कन्हैया की मुलाकात प्रतिमा देवी से पटना जंक्शन के पास हीं हुई थी। प्रतिमा को रेल पुलिस पहले भी मानव तस्करी के आरोप में जेल भेज चुकी है।
बच्चियों के रंग और सूरत पर लगती थी कीमत
प्रतिमा और कन्हैया साथ काम करते थे। दोनों पहले बच्चियों की रेकी करते थे। कई दिनों के रेकी के बाद कन्हैया किसी तरह उस नाबालिग का फोटो खींच लेता था। और पार्टी को दिखाता था। पैसा तय होने के बाद ही प्रतिमा, कन्हैया और एक और साथी जो अभी फरार है मिल कर बच्चियों को अगवा कर लेते थे। इन नाबालिगों की कीमत उसके रंग रूप उम्र पर निर्भर करती थी। शातिरों ने बताया कि 50 हजार से लेकर 2 लाख तक का रेट लगता था।
गरीब तबका होता था इनका टारगेट
प्रतिमा पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर स्टेशन बस स्टैंड या झुग्गी झोपड़ी और फुटपाथ पर रहने वाले लोगों पर नजर बनाए रखती थी। प्रतिमा जब बच्ची तय कर लेती फिर कन्हैया को बताती।