PATNA: बिहार की महागठबंधन सरकार में सुधाकर सिंह के कृषि मंत्री से इस्तीफे के बाद आरजेडी कोटे से पर्यटन मंत्री कुमार सर्वजीत को कृषि मंत्री बनाया गया है. कृषि मंत्री बनने के बाद कुमार सर्वजीत ने आज अपना पदभार ग्रहण कर लिया. पदभार ग्रहण करने के बाद कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह के कार्यों पर सवाल उठाया. साथ ही उन्होंने मीडियाकर्मियों पर सरकार के खिलाफ खबर चलाने का आरोप लगाया. दरअसल हाल ही में सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद आरजेडी कोटे से पर्यटन मंत्री कुमार सर्वजीत को कृषि मंत्री बनाया गया है. जबकि पर्यटन मंत्री का प्रभार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पास है.
पदभार ग्रहण करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह के आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि अगर कृषि विभाग में कोई गड़बड़ी हुई है तो उसकी समीक्षा करने के बाद कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान उन्होंने मीडियाकर्मियों पर ही नकारात्मक खबरें चलाने का आरोप लगाया और पॉजिटिव खबरें दिखाने की नसीहत दे डाली. कुमार सर्वजीत ने कहा कि विभाग किसी के कहने से नहीं चलता है बल्कि सभी की अपनी अपनी जिम्मेवारियां होती हैं. किसी को इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है अगर कोई गड़बड़ी सामने आएगी तो उसपर कार्रवाई होगी.
बता दें कि मंत्री बनने के बाद पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अपने बयानों को लेकर चर्चा में थे. कैमूर की एक सभा में खुले मंच से उन्होंने अपने विभाग के पदाधिकारियों को चोर बताया था और खुद को चोरों का सरकार कहा था. उन्होंने यह भी कहा था कि उनके ऊपर भी कई सरकार हैं. वहीं उन्होंने लोगों से कहा था कि अगर उनके विभाग के अधिकारी वसूली करते दिखें तो उन्हें जूते मारिए. इसको लेकर जब सीएम नीतीश ने कैबिनेट की बैठक में उन्हें टोका तो वे बैठक छोड़कर चले गए थे. इतना ही नहीं उन्होंने अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा किया था.
बतातें चलें कि हाल ही में कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राजद नेता सुधाकर सिंह ने कहा था कि कि मुझसे इस्तीफा मांगा गया या मैंने खुद इस्तीफा दिया, इससे क्या फर्क पड़ता है. उन्होंने कहा था कि राजद सुप्रीमो लालू यादव के कहने पर मैं मंत्री बना था और अब उन्होंने ही इस्तीफा देने के लिए कहा तो मैनें इस्तीफा सौंप दिया. वहीं सुधाकर सिंह के इस्तीफे को जगदानंद सिंह ने बलिदान बताया था. जगदानंद सिंह ने कहा था कि प्रश्न उठाने से नही होता, त्याग भी करना पड़ता है.