BIHAR: बांका में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के दौरान बीते गुरुवार की रात बदमाशों ने करीब 9 बजे कटोरिया थाना क्षेत्र के सुल्तानगंज-देवघर मुख्य मार्ग स्थित छपरहिया धर्मशाला के पास एक कांवरिया को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जाता है कि सुनसान रास्ते पर अज्ञात अपराधी उससे लूटपाट कर रहे थे. जिसका विरोध करने पर कांवरिया पर चाकू से हमला कर दिया गया. मृतक की पहचान झारखंड के धनबाद जिले के टुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत बेहरा ग्राम निवासी विकास मंडल का 22 वर्षीय पुत्र आशीष मंडल के रूप में हुई है.
मोबाइल छीनने के दौरान चाकू से किया हमला
बताया जा रहा है कि आशीष मंडल अपने 13 सहयोगियों के साथ बाबा के दरबार जा रहा था, इसी बीच रात में छपरहिया धर्मशाला के समीप सभी साथी भोजन बनाने के लिए रुके हुए थे. रुकने के दौरान आशीष मंडल धर्मशाला के समीप स्थित झाड़ीनुमा स्थान की ओर शौच के लिए गए हुए थे, जहां पहले से घात लगाए अपराधियों ने आशीष पर हमला करते हुए उसका मोबाइल छीन लिया. लूट का विरोध करने पर उनके गर्दन पर चाकू से जोरदार हमला किया जो आर-पार हो गया.

वहीं इस बीच आवाज होने पर सहयोगी आशीष को देखने के लिए गए, तब तक वह खून से लथपथ होकर जख्मी घायल अवस्था में पड़े हुए थे, जिसके बाद आनन-फानन में उनलोगों ने उसे कटोरिया रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज शुरू होने के कुछ देर बाद ही चिकित्सकों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी. मौत की सूचना मिलते ही उसके अन्य साथियों के बीच कोहराम मच गया.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
इस सम्बंध में बेलहर एसडीपीओ राजकिशोर कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रही है, पुलिस हर बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जांच में जुटी हुई है. इधर घटना की जानकारी होते ही बेलहर एसडीपीओ राज किशोर कुमार, कटोरिया पुलिस इंस्पेक्टर बबलू कुमार, कटोरिया थानाध्यक्ष अरविंद कुमार राय सहित काफी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन करते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी के संदिग्ध ठिकाने पर डॉग स्क्वॉड टीम की मदद से सघन छापेमारी अभियान चला रहे है.
बता दें कि बांका में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला विगत 22 जुलाई सोमवार से प्रारंभ हो गया है. प्रतिवर्ष सावन माह में धर्मप्रेमी श्रद्धालु गण भक्तिभाव पूर्वक कांवरिया बनकर सुल्तानगंज से गंगा जल भरकर सुनसान जंगली व पहाड़ी इलाके होकर बाबा वैद्यनाथ धाम जलाभिषेक को लेकर जाते हैं. देश के अलग-अलग हिस्से से लाखों श्रद्धालु पैदल कांवर लेकर जंगली और पहाड़ी क्षेत्र से गुजरते रहे हैं, इस दौरान कांवरियों से चोरी की छोटी-मोटी लूटपाट की घटना तो अब तक सुनने को मिलती थी, लेकिन पहली बार लूटपाट के दौरान कांवरिया की हत्या की घटना सामने आई है, जिससे दहशत का माहौल है.