रिपोर्ट – संजय कुमार, भागलपुर
BHAGALPUR: बिहार सरकार के झूठे वादों से परेशान भागलपुर के जवाहरलाल नेहरु चिकित्सा अस्पताल के इंटर्न डॉक्टर एक बार फिर स्ट्राइक पर बैठ चुके हैं। इंटर्न डॉक्टर की स्टाइपेंड न बढ़ने की वजह से ये स्ट्राइक की जा रही है। मामले में सरकार की अनदेखी से इंटर्न डॉक्टर अब काफी नाराज़ हो चुके हैं और इसीलिए अब सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने के लिए ये रास्ता अपनाया है।
जवाहरलाल नेहरु चिकित्सा अस्पताल के इनट्रन डॉक्टरों ने अस्पताल के ओपीडी के सामने में प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे इंटरन डॉक्टरों का कहना है कि इन लोगों की स्टाइपेंड को अप्रैल 2021 में ही बढ़ना चाहिए था। लेकिन उसे सरकार के द्वारा नहीं बढ़ाया गया। 2017 में भी इसे लेकर हड़ताल किया गया था। जिसके बाद आश्वासन मिला था कि मानदेय बढ़ाया जाएगा। लेकिन सरकार का आश्वासन सिर्फ आश्वासन ही रहा और मानदेय नहीं बढ़ाया गया। इन लोगों का कहना है कि अगर सरकार जल्दी इन लोगों के मांगों पर निर्णय नहीं लेती है तो आगे भी हड़ताल जारी रहेगी।
बता दें की साल 2017 में सरकार ने ये वादा किया था की हर तीन साल में मानदेय को निश्चित रूप से बढ़ाया जाएगा लेकिन आज तक एक रुपया भी नहीं बढ़ा है। साल 2017 में मानदेय न बढ़ाने को लेकर पूरे बिहार में इंटर्न डॉक्टरों ने हड़ताल की थी जिसके बाद सरकार ने मानदेय बढ़ाने का वादा किया था। ये मानदेय अप्रैल 2021 तक बढ़ जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इंटर्न डॉक्टरों को साल 2021 में भी टोपी पहना दी गई और उस साल हुई हड़ताल को रद्द किया गया।
लेकिन सरकार के रवैय्ये से परेशान होकर एक बार फिर इंटर्न डॉक्टरों ने हड़ताल घोषित कर दी है। डॉक्टरों का साफ कहना है की अब अगर मानदेय नहीं बढ़ाया गया तब ये हड़ताल जारी रहेगी।