रिपोर्ट – सुमित कुमार , भागलपुर
BHAGALPUR: सोमवार को भागलपुर में नियोजीत शिक्षकों ने शिक्षक नियमावली 2023 के विरुद्ध माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने घंटा घर चौक से प्रतिरोध मार्च निकालकर समाहरणालय परिसर स्तिथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचें. जहाँ सैकड़ों आक्रोशित शिक्षकों ने भागलपुर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के ऑफिस के आगे अपनी मांगों को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार, उप-मुख्यमंत्री तेजश्वी यादव और शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के विरोध में जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांग है कि 2023 शिक्षक नियमावली को सरकार वापस ले।राज्य कर्मी का दर्जा शिक्षकों को दिया जाए, पुरानी पेंशन नीति लागू की जाए और ऐच्छिक ट्रांसफर लागू किया जाए। जिसको लेकर शिक्षकों के द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया
प्रतिरोध मार्च मे शामिल भागलपुर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव डॉ. रवि शंकर ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा कि – अगर हम शिक्षकों की मांगें पूरी नहीं की जाएगी तो हम सभी शिक्षक एकजुट होकर पटना जायेंगे. पटना में बिहार विधानसभा का घेराव करेंगे. चाहे सरकार जेल में डलवाए, गोली चलवाए या फिर लाठी, जब तक मांग पूरी नहीं होगी सभी नियोजित शिक्षकों का आंदोलन जारी रहेगा।
नियोजित शिक्षकों ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले राज्यकर्मी का दर्जा देने की बात कही गई थी। उसे टाल दिया गया। अब बीपीएससी के तहत परीक्षा लेकर राज्यकर्मी का दर्जा देने की बात सरकार कर रही है, लेकिन जब उन्हें हम लोगों पर विश्वास नहीं है, तो हम नीतीश कुमार पर कैसे विश्वास करें। बताते चलें कि शिक्षक नियमावली 2023 लागू होने के बाद से लगातार शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं. और शिक्षकों में इसको लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है। वही आंदोलन के दौरान भागलपुर की सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई और कई स्कूल के बस भी घंटों जाम में फंसे रहे।