रिपोर्ट – विवेक कुमार, नाथनगर
BHAGALPUR: बिहार पुलिस की डीजी प्रीता वर्मा और
एआईजी सत्यनारायण कुमार ने शुक्रवार को सिपाही प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया। मौके पर सीटीएस प्राचार्य मिथलेश कुमार भी मौजूद थे।डीजी ट्रेनिंग ने सीटीएस के मूलभूत कमियों का एक एक करके निरीक्षण किया।सिपाही बैरक,बाउंड्री, फर्निचर, ट्रेनिंग सामग्री, ट्रेनिंग लैब पुस्तकालय, मेस आदि में कमियों के बारे में जानकारी ली और उसे नोट किया। डीजी वर्मा ने वहां ट्रेनिंग ले रहे एएसआई स्टोनो को आधे घंटे समय देकर बारी बारी से अपनी बात रखने को भी कहा।कुछ ट्रेनी वहां के कर्मियों से भी अहम जानकारी ली। डीजी प्रीता वर्मा ने प्राचार्य मिथलेश कुमार से कहा कि आनेवाले समय में अपराध का तरीका बदल रहा है।इसको लेकर आगे ट्रेनिंग को हाईटेक बनाने का उनके पास क्या प्लान है वह बताएं।डीजी ने प्रिंसिपल से ट्रेनिंग संबंधित अगले 40 सालो का फ्युचर प्लान मांगा ।
सर्वप्रथम डीजी ने घूम घूम कर पूरे सीटीएस का एक एक कर निरीक्षण किया ।क्लास रूम में प्रशिक्षुओं को भी कई टिप्स दिए इसके बाद वहां के अतिथि गृह में सारे पुलिस पदाधिकारी साथ बैठक की।बता दें कि सीटीएस नाथनगर को भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तरफ से पूर्वी क्षेत्र का बेस्ट ट्रेनिंग सेंटर का दर्जा प्राप्त है बावजूद यहां कई सारी कमियां मिली।प्राप्त जानकारी के अनुसार सिपाही बैरक जर्जर है ,फर्नीचर का अभाव है।
इसके आलाबा परिसर का बाउंड्री जर्जर है।प्रशिक्षण लैब में भी कई कमी है।ऐसे में ट्रेनिंग हाईटेक हो पाना संभव नहीं है।बताया जाता है कि कई बार इन सब चीजों का प्रस्ताव मुख्यालय को गया है। पर उसपर बहुत ज्यादा अमल नहीं हो पाया।डीजी ट्रेनिंग ने फिर से मुलभूत कमियों का प्रस्ताव मांगा है। और उन्होंने खुद से नोट भी किया है।