Bhagalpur: बिहार में जातिगत जनगणना का कार्य चल रहा है. इसी बीच हसनगंज मध्य विद्यालय की एक तस्वीर कास्ट सेंसस की पोल खोलती नजर आ रही है. इसमें छात्र कास्ट सेंसस के फॉर्म भर रहे. साथ ही आरोप लगा रहे कि स्कूल के शिक्षक उनसे ये कार्य करवा रहे हैं. स्कूल में छात्रों से बात की गई तो वो बोले कि गुरु जी बोले हैं कि स्कूल में पढ़ाई नहीं होगी. जनगणना का फॉर्म भरो ये भी एक पढ़ाई है.
छात्र ने शिक्षक पर लगाए आरोप
इस विद्यालय के छात्र को जब जनगणना का फॉर्म भरते देखा गया तो उनसे पूछा गया कि आप विद्यालय पढ़ने आए हैं, लेकिन यह क्या कर रहे हैं. छात्र ने बताया कि विद्यालय के शिक्षक दिलीप सर ने यह फॉर्म भरने को कहा था. दिलीप सर ने यह भी कहा था कि आज कोई पढ़ाई नहीं करनी है. आज जनगणना का फॉर्म भरो यह भी एक पढ़ाई है. जबकि जनगणना का कार्य शिक्षक को करना है. फिर बच्चों की पढ़ाई बाधित कर बच्चों से फॉर्म क्यों भराया जा रहा है. अब सवाल यह उठता है कि क्या इस पर किसी की निगरानी नहीं है?
बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़
इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. पढ़ाई बंद कर शिक्षक छात्रों से फॉर्म भरवा रहे हैं जबकि विद्यालय परिसर में छात्रों से किसी भी तरह का कार्य करवाने पर रोक है. यह कानूनन जुर्म है, लेकिन सरकारी शिक्षक सरकारी नियमों को दरकिनार कर जनगणना का काम छात्रों के भरोसे छोड़ दिया है. बता दें कि बिहार में सात जनवरी से गणना चल रही है. पहली चरण जनवरी तो दूसरी अप्रैल में पूरी होगी.