रिपोर्ट – कुणाल शेखर , भागलपुर
BHAGALPUR: भागलपुर में खाना बनाने के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट होने से भयानक आग लग गई। घटना मोजाहिदपुर थाना से महज एक किलोमीटर दूरी पर घटी। घटना के बाबत बताया जा रहा है कि कैलाश नामक शख्स के घर में जोरदार धमाका हुआ। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक कैलाश केरोसिन तेल का बड़े पैमाने पर अवैध कारोबार करता था और इसकी भनक मोजाहिदपुर पुलिस को नहीं थी। थाना के महज एक किलोमीटर की दूरी पर हो रहे केरोसिन तेल का बड़े पैमाने पर अवैध कारोबार पर स्थानीय लोग आक्रोश भी दिखे। इधर घटना मे आसपास के आधा दर्जन घर क्षतिग्रस्त हो गया। लोगों ने करीब दो घंटे तक आग पर काबू पाने की कड़ी प्रयास किया। लेकिन आग पर काबू नहीं पाया गया। घटना के बाद शहर धुआं धुआं हो गया। लोगों का कहना था कि शहर के रिहायशी इलाके में केरोसिन तेल का बड़े पैमाने पर अवैध कारोबार पुलिस की मिलीभगत से हो रही है। हालांकि घटना की सूचना मिलने के बाद मोजाहिदपुर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन फौरन वहां से लौट आए।
इधर घटना की जानकारी फायर बिग्रेड को मिलने के बाद मौके पर पहुंचे फायर बिग्रेड के छह छोटी बड़ी गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। इस दौरान हैरान करने वाली सबसे बड़ी बात यह रही कि पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन वहां से लौट क्यों आई? इधर अवैध किरासन तेल का कारोबार करने वाले कैलाश घटना के बाद से फरार है। सवाल अब यह उठ रहा है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी वरीय अधिकारी घटनास्थल पर क्यों नहीं पहुंची। सवाल उठ रहा है कि रिहायशी इलाके में इतने बड़े पैमाने पर आखिरकार केरोसिन तेल का काले कारोबार कैसे चल रहा था? क्या इसकी जानकारी मोजाहिदपुर पुलिस को रहते भी उन्होंने कार्रवाई नहीं की।
हालांकि इस हादसे में गनीमत रहा कि किसी की जान माल की क्षति नहीं हुई। घटना में सिर्फ एक लोग जख्मी हुए। जिसका इलाज निजी अस्पताल के बाद जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने यह भी देखा कि वहां पर बड़े-बड़े 6-7 ड्राम तेल का पड़ा हुआ था।। फिलहाल अभी तक आधिकारिक बयान सामने नहीं आई है
कुछ महीने पहले ततारपुर थाना क्षेत्र के काजबलीचक में हुआ था ब्लास्ट : कुछ महीने पहले भागलपुर के ततारपुर थाना क्षेत्र के काजबलीचक में ब्लास्ट में 15 लोगों ने अपनी जान को गवा दी थी। पुलिस ने कई एंगल से जांच की। अवैध पटाखा बनाने वाले लोगों के ऊपर ममला दर्ज कर उन पर कार्रवाई भी की। लेकिन अवैध तरीके से जानलेवा पदार्थ को बनाने में लोग बाज नहीं आ रहे हैं और प्रशासन कार्यवाही ना करने की वजह खानापूर्ति कर रहे हैं।