रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया
NAUGACHIA: कदवा पहुंचे भागलपुर डीआईजी विवेकानंद व नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने मंगलवार को गरुड़ के प्रजनन स्थल का अवलोकन किया है. डीआईजी ने पहले खैरपुर कदवा के मध्य विद्यालय उसके बाद बगड़ी टोला कदवा पहुंच कर गरूड़ को देखा और ग्रामीणों से जानकारी लेते हुए उसके संरक्षण व संवर्धन पर विस्तार से चर्चा किया. डीआईजी ने कहा कि- गरुड़ के बारे में हम लोगों ने सुना था. लेकिन, आज यह प्रत्यक्ष रूप से देखने का मौका मिला. यहां के ग्रामीणों ने अच्छा प्रयास करके गरुड़ के संरक्षण के लिए जो कार्य कर रहे हैं, वह बहुत ही सराहनीय है और इसे प्रशासनिक स्तर से भी संरक्षण देने की आवश्यकता है. डीएफओ हमें इसकी जानकारी दी थी. कई गांवों में गरुड़ मित्र भी है उन्होंने भी जानकारी दिया था- जब यहां गरुड़ का प्रवास रहता है तो, पूरे समय के दौरान गांव के लोग इसका संरक्षण करते हैं.
यह बहुत ही सराहनीय है. जिसको लेकर डीआईजी ने पूरे कदवा ग्राम वासियों को धन्यवाद ज्ञापन दिया है. वहीं जब घोंसले बनाकर जरूर प्रजनन करते हैं तो, छोटे-छोटे गरूड़ों के बच्चे फ्लाइंग के दौरान घोंसले से गिरकर गंभीर रूप से जख्मी हो जाते हैं. यहां अस्पताल व साधन की अभाव में कई की जाने भी चली जाती है. उक्त बातों को लेकर रीसेंट बिहार न्यूज की टीम से मुखातिब डीआईजी विवेकानंद ने कहा कि- विभाग की कार्य के बारे में फिलहाल नहीं बता पाऊंगा लेकिन. आपने इस बात की जानकारी दी है. कुछ गरूड़ मित्रों ने भी बताया- इस तरह की घटना हो जाती है.
कभी अंडे गिर जाते है तो, कभी बच्चे जख्मी हो जाते हैं, तो उस स्थिति में वह भागलपुर डीएफओ कार्यालय में खबर करते हैं और वहां से डॉक्टर टीम आते हैं या यहां के लोगों को खुद पहुंचाना पड़ता है. लेकिन, यह सुझाव सही मायने में अच्छा है कि गांव में ही एक पक्षियों का विशेष अस्पताल होना चाहिए. जिसमें ट्रेन मैन पावर हो, जो इनके देखभाल के लिए उचित व्यवस्था तुरंत कर सके. आपके इस सुझाव की चर्चा निश्चित रूप से डीएफओ साहब से करूंगा.