रिपोर्ट – मनीष कुमार मौर्या , नवगछिया
NAUGACHIA: नवगछिया में गंगा इसकदर कहर बरपा रही है की लोग त्राहिमाम हैं रो रहे हैं। गंगा यहां लगातार अपना किनारा काटने को आमदा है। जिले के नवगछिया अनुमण्डल के तीनटंगा में फिर से गंगा का रौद्र रूप देखा जा रहा है। यहाँ अब फिर गंगा किनारे तेजी से कटाव हो रहा है। नतीजतन कई घर गंगा में फिर समाने लगे हैं तो कई घर समाने के कगार पर है। बच्चे भूख से बिलख रहे हैं। दर्जनों लोग गांव से पलायन कर चुके है। जो हैं वो एक पॉलीथिन शीट के सहारे या सड़क किनारे किसी भी तरह खानाबदोश की तरह ज़िन्दगी जीने को विवश हैं। लोगों ने कर्ज लेकर या मजदूरी करके घर बनाया था आँख के सामने सब तबाह हो गया। बावजूद बिहार सरकार और जिला प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नही दे रही है। बीते दिनों भी तेजी से हो रहे कटाव में दर्जनों मकान और उपजाऊ जमीन कटकर गंगा में समा चुका था। इस दौरान भी कटाव रोधी कार्य नाकाफी रहा था अब दुर्गा पूजा के बाद से हो रहे कटाव के बाद भी जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि इनकी परेशानियों को समझने को तैयार नहीं है। हमने लोगों के परेशानियों को जाना। यहाँ लोगों में डर के साथ साथ आक्रोश भी दिखा। पूर्व मुखिया से बात करने पर वो रोने लगे और अपनी व्यथा सुनाई।
वहीं गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि के बाद मंगलवार को गंगा का जलस्तर में इस्माइलपुर से बिंद टोली में जलस्तर पार गंगा नदी 31.37 मीटर पर बह रहा है। पिछले 24 घंटे में 19 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। वही इस्माइलपुर से बिन टोली में लगभग खतरे के निशान से मात्र 33 सेंटीमीटर नीचे गंगा बह रही है। ऐसे इस गंगा के जलस्तर बढ़ने के बाद जल संसाधन विभाग पूरी तरह अलर्ट है। तटबंध पर निगरानी रखने की बात कह रहे हैं। नवगछिया बाढ़ नियंत्रण कार्यालय के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि गंगा नदी में फिर से जलस्तर बढ़ा है अगले दो दिन बाद घटने लगेगा। दूसरी ओर दोपहर बाद से तेज हवा के साथ शुरू हुई जोड़दार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया।
एनएच 31 पर जहां तहां पेड़ की टहनी टूटकर गिर गया। नदी पोखर भरने लगा। क्षेत्र की ग्रामीण सड़कों पर बारिश का पानी दो फिट तक जमा हो गया। जलजमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जल निकासी नही होने के कारण नारायणपुर प्रखंड के बलहा 14 नम्बर सड़क श्रुति मेडिकल हॉल में बारिश का पानी जमा हो गया। दो फिट पानी जमा होने से मेडिकल के अंदर रखा सारी दवाइयां पानी मे बर्बाद हो गई। बताया कि जलनिकासी का प्रबंध नही होने के कारण और सरकारी जमीन अतिक्रमण करने से बारिश होते ही पानी मेडिकल में जमा होने लगती है। प्रखंड के अधिकारीयो को इस समस्या पर ध्यान देने की जरूरत है।