बिहार के सियासी गलियारों में मंत्री पद को लेकर बवाल खड़ा हो चुका है। मुट्ठीभर भी मंत्री पद ना मिलने पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के वृष नेताओं को दो टुक सुनाया है। कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में झंडातोलन के बाद कार्यकर्ताओं ने मंत्री पद का हिसाब किताब करना शुरू किया और पार्टी के हाई कमांड को बिहार में कांग्रेस की कमजोर पकड़ को लेकर जिम्मेदार ठहराया।
नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के मंत्रीमंडल के विस्तार को लेकर जानकारी सामने आई है। कांग्रेस पार्टी को 19 विधायकों में 3 मंत्री पद मिल रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है की विधायकों की संख्या के हिसाब से कांग्रेस को मंत्रीमंडल में कम से कम 5 मंत्री पद दिए जाने चाहिए थे। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ये ये तर्क दिया की हम पार्टी जिसके केवल 4 विधायक है उन्हें 1 मंत्री पद दिया गया है उस हिसाब से 19 विधायक पर कांग्रेस को 5 मंत्री पद दिए ही जाने चाहिए।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार के मंत्रीमंडल में 3 सीटें मिलने से काफी खुश हैं। कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि कांग्रेस को मंत्री पद की तीन सीटें मिली हैं, जो सम्मानजनक है। भक्त चरण दास की इस रजामंदी ने कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को और खफा कर दिया। सदाकत आश्रम पहुंच कर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भक्त चरण दास के अलावा बिहार में कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं को लेकर जमकर नारेबाजी की। इतना ही नहीं अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लेकर अपशब्द भी बोले।
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी हाई कमांड को सीधे सीधे धमकी दी है की अगर पार्टी को 5 मंत्री पद नहीं दिए गए तो बिहार में कांग्रेस पार्टी में बड़ी टूट हो सकती है। पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऐसे प्रदर्श के बाद मंत्रीमंडल का समीकरण बदलने के आसार दिख रहे हैं।